प्रायिकता क्या है ? प्रायिकता के उदाहरण
यदि कोई घटना ‘a’ प्रकार से घटित हो सकती है और ‘b’ प्रकार से घटित नहीं हो सकती है तो परिभाषा से,
घटित होने की प्रायिकता = a / a + b
तथा घटित न होने की प्रायिकता = b / a + b
स्पष्ट है कि घटनाओं की कुल संख्या (a+b) है जिससे अनुकूल घटनाओं की संख्या ‘a’ है तथा प्रतिकूल घटनाओं की संख्या ‘b’ है।
प्रायिकता के उदाहरण
उदाहरण के लिए, जब हम एक सत्य सिक्के को उछालते हैं तो वह या तो ‘चित’ या पट्ट’ गिरेगा। ये कुल दो घटनाएँ हुई । अब यदि सिक्का सत्य है तो चित
गिरने की प्रायिकता = 1/2
पट्ट गिरने की प्रायिकता = = 1/2
किसी घटना के घटित होने की प्रायिकता यदि ‘P’ है तो स्पष्टतः उसके न घटने की प्रायिकता
(1-P) होगी। इन दोनों प्रायिकताओं का योग ‘1’ होना चाहिए क्योंकि या तो घटना घटेगी या नहीं
घटेगी। इसके अतिरिक्त कोई और सम्भावना नहीं है।